पुणे, कोथरुड स्थित शंकर नगरी नाडी ग्रंथकेंद्र में उपस्थित एक जोडी में से पती अपने नाडीग्रंथोंके अनुभव से प्रभावित होकर अपनी पत्नी को साथ लाए थे। उनसे मराठींमें वार्तालाप कर रहे हैं एड. राजेंद्र पाठक जी तथा शशिकांत ओक जो कैमेरामन का काम करते है। ( दिसंबर 2011)
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